वेब सीरीज रिव्यू: आर्या 3, रेटिंग:{3.5/5} , aarya season 3 web series review in hindi starring sushmita sen indraneil … – NBT नवभारत टाइम्स (Navbharat Times)
‘आर्या 3’ की कहानी
आर्या सरीन (सुष्मिता सेन) को सत्ता के शिखर पर पहुंचना है। वह वापस आ गई है। अब वह जहां नए गठबंधन कर रही है, वहीं नए और पुराने दुश्मनों का सामना भी। हालांकि, यह दुविधा ये है कि क्या वह इस अवैध व्यापार के बूते अपने परिवार की सुरक्षा कर पाएगी। क्या काले कारनामों की दीवारें इतनी ऊंची बन पाएंगी कि आर्या के परिवार पर कोई आंच ना आए। या फिर यह जद्दोजहद उसके अपनों के लिए आगे और भी बड़ा खतरा लेकर आएगी। ‘आर्या 3’ की कहानी इसी प्लॉट के इर्द-गिर्द बुनी गई है।
‘आर्या 3’ का ट्रेलर
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‘आर्या 3’ वेब सीरीज रिव्यू
राम माधवानी, कपिल शर्मा और श्रद्धा पासी जैरथ ‘आर्या सीजन 3’ के को-डायरेक्टर्स हैं। इस तिकड़ी ने एक ऐसा क्राइम ड्रामा बुनकर लाए हैं, जो आकर्षक है और अपने पिछले दो सीजन की तरह ही कहानी को भी एंटरटेनिंग बनाए रखता है। यह सीजन दर्शकों को शक, पैसे और खतरे में डूबी ऐसी दुनिया में ले जाता है, जहां हर पल एक संशय की स्थिति है। सीरीज के सभी किरदार खासकर आर्या सरीन, अंडरवर्ल्ड की एक ऐसी दुनिया में हैं, जहां हर पल तनाव है।
सीजन-3 में कहानी के मूल तत्वों को पिछले सीजन्स की तरह ही बनाए रखा गया है। आर्या एक सिंगल मदर है, जो अवैध कारोबार की दुनिया में घूम रही है और साथ ही अपने तीन बच्चों की देखभाल भी कर रही है। इन चारों किरदारों का अपना-अपना एक संघर्ष है। आर्या के बेटे वीर (वीरेन वजीरानी) का रूप (श्वेता पसरीचा) के साथ अफेयर चल रहा है। रूप, असल में आर्या के ड्रग बिजनस में उसकी सहायक है। जबकि आर्या की बेटी अरुंधति (वीर्ति वाघानी) अब कविताएं लिखती है। सबसे छोटा बेटा स्कूल लाइफ से दो-चार हो रहा है।
‘आर्या 3’ का प्लॉट हत्याओं, सत्ता की चाहत और बदलते गठबंधनों के इर्द-गिर्द घूमता रहता है। आर्या, रूसी माफिया के साथ रणनीतिक साझेदारी कर आपराध की दुनिया में सबसे बड़ी ताकत बनने की राह पर है। लेकिन फिर भी उसकी राह में कई कांटे हैं। नशीली दवाओं के बिजनस में नए विरोधियों से लेकर, बदला लेने की कोशिश करने वाले पुराने दुश्मनों तक, सब आर्या के पीछे पड़े हैं।
शो कहानी को सही माहौल देने में बैकग्राउंड स्कोर और कविताओं ने बड़ा साथ दिया है। इस कारण कहानी में एक अलग तरह की गहराई आती है। ‘आर्या 3’ वुमन एम्पावरमेंट और क्राइम-ड्रामा पर जोर देती है, जिसमें सुष्मिता सेन का किरदार करिश्माई है। इंद्रनील सेनगुप्ता, विश्वजीत प्रधान, विकास कुमार, माया सराओ और गीतांजलि कुलकर्णी सहित बाकी को-स्टार्स ने भी अपना काम बखूबी किया है।
खुशबू राज और अमित राज ने सीजन-3 का स्क्रीनप्ले लिखा है। वह मामले की तह तक जाने में कोई समय बर्बाद नहीं करते। कहानी तेजी से आगे बढ़ती है। कई मौकों पर टकराव जैसी स्थिति को भी जल्दी सुलझाया गया है, इस कारण आगे के एपिसोड और इंटेन्स बन जाते हैं। उदाहरण के लिए, सीरीज में आर्या की हत्या की कोशिश हो या नलिनी साहिबा (ईला अरुण) के साथ उसकी मुठभेड़, हर चीज को छूकर आगे बढ़ा गया है। लेकिन, बाद के एपिसोड में इसे और अधिक गंभीर बनाकर पेश किया गया है।
कहानी में किरदारों का चरित्र कई बार बदलता है। ऐसे में शक और संदेह की स्थिति बनी रहती है। यह कहानी के रोमांच को बढ़ाता है। पूरी सीरीज का फोकस सुष्मिता सेन का किरदार है। वह एक क्रिमिनल बैकग्राउंड वाले परिवार से ताल्लुक रखती है, अपने परिवार की सुरक्षा के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। वह इस रोल में एक बार फिर दमदार लगी हैं।
क्यों देखें- ‘आर्या 3’ दिलचस्प है, मनोरंजक है। इसमें थ्रिल है, सस्पेंस है। यह क्राइम के साथ ही फैमिली और एम्पावरमेंट जैसे पहलुओं को भी साथ लेकर चलती है। सुष्मिता सेन का किरदार आपको आकर्षित करता है। ऐसे में कुछ अच्छा देखने की ललक है, तो यह सीजन भी आपको पसंद आने वाला है।
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