When Rohit Shetty Became A ‘new Person’
डिस्कवरी+ 20 जनवरी को हिट फ्रेंचाइजी ‘मिशन फ्रंटलाइन’ के लॉन्च के साथ बहादुरी की कहानियों को प्रदर्शित करने के लिए पूरी तरह तैयार है। अपने नए संस्करण में, दर्शकों को ‘पुलिस ब्रह्मांड के राजा’ निर्देशक के रूप में माना जाता है, रोहित शेट्टी जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक एसओजी (स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप) के जीवन में एक दिन जीते नजर आएंगे। जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा चुना गया एक विशिष्ट बल; स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (SOG) उग्रवाद विरोधी अभियानों के लिए जिम्मेदार है।
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चुनौतीपूर्ण अभ्यास के दौरान रोहित शेट्टी ने कहा,पहली बार हो रहा है ऐसा की लाइव एक्शन देखूंगा में। हमारे कमांडर हैं जो हमें ट्रेन कर रहे हैं, जो हमें ऑर्डर दे रहे हैं। इतना काम करने के बाद भी इतना कमांड देने के बाद भी एक निर्देशक के रूप में, एक एक्शन निर्देशक के रूप में, याहा कमांड लेना पड़ा रहा है. यह मेरे जीवन को फिर से जीने जैसा है और ऐसा लग रहा है की यहां से कुछ कुछ सीख कर जाउंगा। जब यहा से जाउंगा तो ऐसा लगेगा जैसा की स्कूल की ट्रेनिंग खतम हुई है और मैं एक नए व्यक्ति के रूप में वापस जा रहा हूँ।”
स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप को श्रद्धांजलि देते हुए रोहित ने कहा,कहते हैं अक्सर फिल्में हीरो के नाम और चेहरे पर बिकती है लेकिन आज में एहसास किया कि जो वास्तविक नायकों होते हैं उनके नाम और चेहरे किसको पता ही नहीं है, एक मुखौटा के पीछे रहकर, बिना सोया, बिना थाके, जान की परवा हर रोज़ ये कमांडो आतंकवाद से लड़ रहे हैं और उनके देशभक्ति और बलिदान को देख कर मन से मुझे धन्यवाद कहने का मन कर रहा है।”
रील बनाम रियल ट्रेनिंग के बारे में बोलते हुए, “एक सेफ जोन में जब ये सारी चीज करते और जब आप रियल फील्ड में ये सारी चीज करते हैं तब फरक पाता चलता है। मैंने ये पहले भी किया, पर जमीन आसमान का फरक है.
उन्होंने आगे कहा, “जब हमारे कमांडो मिशन पर जाते हैं किस तरह की जग है, किस गली से गुजरा है, किस बेसमेंट में जाना है। ये एक जिम की ट्रेनिंग होती है। एक सामान्य आदमी की ट्रेनिंग में जो जिम में करता है, पर ये एक असली ट्रेनिंग है। जब यहां आके ये करो तब पाता चलता है की एक नागरिक में और एक कमांडो में, एक सैनिक में क्या फरक होता है।”